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रीवा मऊगंज

**नवरात्रि में माँ आदि शक्ति की पूजा उपासना में लीन रहे उपासक**



**देव स्थली बहुती प्रपात**नवरात्रि में माँ आदि शक्ति की पूजा उपासना में लीन रहे उपासक**



**देव स्थली बहुती प्रपात में भक्तों का लगा रहा तांता।**
मऊगंज- आदिकाल से देवों की तपोभूमि मऊगंज अनुभाग में स्थित बहुती प्रपात में देश के बिभिन्न हिंस्सो से राजनेता प्रशासनिक अधिकारियों ,अधिवक्ता,माँ भगवती के भक्तों का नवरात्रि प्रारम्भ से ही उनके नौ स्वरूपो का महातपस्वी देवस्वरूप विराजमान त्रिकालदर्शी भगवान मां जगदम्बा की नवरात्रि में पूजा अर्चना किया और उनके श्री चरणों मे शीश नवाकर अपने जीवन को कृतार्थ किया। सभी ने मां अन्नपूर्णा के चल रहे भंडारा का प्रसाद ग्रहण किया। श्री भगवान ने कहा कि मां आदि शक्ति भगवती श्री दुर्गा की महिमा अनंत और अवर्णनीय है। मनुष्य तो क्या बड़े-बड़े देव,ऋषि-मुनि, त्यागी-तपस्वी, कोई भी माँ आदि शक्ति की महिमा का बखान करने में पूर्णतः समर्थवान नहीं है। शास्त्रों तथा पुराणों में महामाया के विविध स्वरूपों का तथा उनकी उपासना पद्धतियों का वर्णन मिलता है। सृष्टि के मूल में स्थित महामाया भगवती श्री दुर्गा सम्पूर्ण जगत की नियंतता है। वह कल्याण स्वरूपा है, करूणामयी है, दयामयी है प्राणी मात्र के मंगल का कारण रूप है। माँ का जिस स्वरूप का जिसने भी स्मरण किया माँ ने उसी रूप में उसके भाव सदैव ग्रहण किये व उस प्राणी का सदा कल्याण किया।
शारदीय नवरात्रि प्रतिपदा से मऊगंज नगर की गायत्री माता,उमरी में अलोप माता,मऊ सन्तोषी माता बरहटा में माँ काली व फूलमती देवी मन्दिरों और दुर्गा पंडालो में भव्य दुर्गा पूजन का शुभारंभ किया गया, शुरू से ही भारी बारिश के बीच मे भी माँ के पूजन को लेकर महिला पुरुष बच्चों सभी भक्तजनों में विशेष उत्साह दिख रहा है जिस स्वरूप नगर के दुर्गा पूजा पण्डाल स्थल पर माँ दुर्गा का भव्य पूजा अर्चना हो रही है। माँ के सुन्दर स्वरुप को सजाने संवारने के साथ ही तरह तरह से पांडालों को भव्यता प्रदान किया गया है जो कि लोगो के आकर्षण का केन्द्र बनी है जिसमें पूर्व की भांति इस वर्ष भी मऊगंज बरहटा मोड़ में स्व.रामदरश त्रिपाठी स्मृति दुर्गा समिति चौरसिया मण्डल की झांकी जो माँ के राक्षसो के बध की कई मुद्राओं में अत्यंत मनमोहक है। । वैसे तो नगर में हर स्थानों में विराजमान मां की प्रत्येक प्रतिमा अपना विशिष्ट स्थान रखती हैं। दुर्गा पंडालो की बात करें तो पूर्व की भांति नगर में गल्ला मंडी,बस स्टैंड के भीतर,दक्षिण मुखी हनुमान जी,सिद्ध हनुमान जी गेट बरहटा मोड़, विद्युत मण्डल मऊगंज, राज महल मैरिज गार्डन जहाँ पर माँ के भक्तों की भारी भीड़ देखी जा रही है। जहाँ पर भजन संध्या के कार्यक्रम आयोजित किए गये।
नवमी के दिन इन सभी देवी मन्दिरो एवं पंडालॉ में कन्या भोज भन्डारे का आयोजन किया गया। जहां पर लोगों ने प्रसाद ग्रहण किया। में भक्तों का लगा रहा तांता।**
मऊगंज- आदिकाल से देवों की तपोभूमि मऊगंज अनुभाग में स्थित बहुती प्रपात में देश के बिभिन्न हिंस्सो से राजनेता प्रशासनिक अधिकारियों ,अधिवक्ता,माँ भगवती के भक्तों का नवरात्रि प्रारम्भ से ही उनके नौ स्वरूपो का महातपस्वी देवस्वरूप विराजमान त्रिकालदर्शी भगवान मां जगदम्बा की नवरात्रि में पूजा अर्चना किया और उनके श्री चरणों मे शीश नवाकर अपने जीवन को कृतार्थ किया। सभी ने मां अन्नपूर्णा के चल रहे भंडारा का प्रसाद ग्रहण किया। श्री भगवान ने कहा कि मां आदि शक्ति भगवती श्री दुर्गा की महिमा अनंत और अवर्णनीय है। मनुष्य तो क्या बड़े-बड़े देव,ऋषि-मुनि, त्यागी-तपस्वी, कोई भी माँ आदि शक्ति की महिमा का बखान करने में पूर्णतः समर्थवान नहीं है। शास्त्रों तथा पुराणों में महामाया के विविध स्वरूपों का तथा उनकी उपासना पद्धतियों का वर्णन मिलता है। सृष्टि के मूल में स्थित महामाया भगवती श्री दुर्गा सम्पूर्ण जगत की नियंतता है। वह कल्याण स्वरूपा है, करूणामयी है, दयामयी है प्राणी मात्र के मंगल का कारण रूप है। माँ का जिस स्वरूप का जिसने भी स्मरण किया माँ ने उसी रूप में उसके भाव सदैव ग्रहण किये व उस प्राणी का सदा कल्याण किया।
शारदीय नवरात्रि प्रतिपदा से मऊगंज नगर की गायत्री माता,उमरी में अलोप माता,मऊ सन्तोषी माता बरहटा में माँ काली व फूलमती देवी मन्दिरों और दुर्गा पंडालो में भव्य दुर्गा पूजन का शुभारंभ किया गया, शुरू से ही भारी बारिश के बीच मे भी माँ के पूजन को लेकर महिला पुरुष बच्चों सभी भक्तजनों में विशेष उत्साह दिख रहा है जिस स्वरूप नगर के दुर्गा पूजा पण्डाल स्थल पर माँ दुर्गा का भव्य पूजा अर्चना हो रही है। माँ के सुन्दर स्वरुप को सजाने संवारने के साथ ही तरह तरह से पांडालों को भव्यता प्रदान किया गया है जो कि लोगो के आकर्षण का केन्द्र बनी है जिसमें पूर्व की भांति इस वर्ष भी मऊगंज बरहटा मोड़ में स्व.रामदरश त्रिपाठी स्मृति दुर्गा समिति चौरसिया मण्डल की झांकी जो माँ के राक्षसो के बध की कई मुद्राओं में अत्यंत मनमोहक है। । वैसे तो नगर में हर स्थानों में विराजमान मां की प्रत्येक प्रतिमा अपना विशिष्ट स्थान रखती हैं। दुर्गा पंडालो की बात करें तो पूर्व की भांति नगर में गल्ला मंडी,बस स्टैंड के भीतर,दक्षिण मुखी हनुमान जी,सिद्ध हनुमान जी गेट बरहटा मोड़, विद्युत मण्डल मऊगंज, राज महल मैरिज गार्डन जहाँ पर माँ के भक्तों की भारी भीड़ देखी जा रही है। जहाँ पर भजन संध्या के कार्यक्रम आयोजित किए गये।
नवमी के दिन इन सभी देवी मन्दिरो एवं पंडालॉ में कन्या भोज भन्डारे का आयोजन किया गया। जहां पर लोगों ने प्रसाद ग्रहण किया।


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