सीधे मुख्य सामग्री पर जाएं

 बाजार करेगा संयोगों से यारी, आ गई शनि पुष्य नक्षत्र की बारी

मनीष गौतम रीवा 


 बाजार करेगा संयोगों से यारी, आ गई शनि पुष्य नक्षत्र की बारी


 खरीदारी के लिए पुष्य नक्षत्र को सबसे अच्छा माना जाता है। इस बार दीपावली और धनतेरस के पहले 7 नवंबर को यह पुष्य नक्षत्र शनि पुष्य के रूप में आ रहा है। जो 30 साल बाद अद्भुत संयोग में पड़ रहा है। यह दिन खरीदारी और नया काम शुरू करने के लिए अति शुभ माना गया है। गुरु, शुक्र और मंगल ग्रह के स्वग्रही होने से पुष्य नक्षत्र की महत्ता बढ़ गई है। पुष्य नक्षत्र में गहने खरीदना सोने पर सुहागा होगा।



30 साल बाद बन रहे इस संयोग में 


सोना, चांदी, तांबा की खरीदी शुभ रहेगी। पुष्य नक्षत्र शनिवार की सुबह 8:04 बजे से रविवार सुबह 8:44 बजे तक रहेगा। इस नक्षत्र में षष्ठी एवं सप्तमी का योग भी बन रहा है। मान्यता है कि शनि पुष्य नक्षत्र में खरीदी हुई वस्तु का उपयोग काफी शुभ व फलदायी होता है, इसलिए बहुत से लोग शुभ कार्यों और खरीदारी के लिए इस शुभ नक्षत्र का इंतजार करते हैं।



पुष्य नक्षत्र 27 नक्षत्रों में बलवान



यह नक्षत्र शुभ कार्यों के लिए सबसे उत्तम रहता है। इस दिन भौतिक सुख-सुविधा की वस्तुएं खरीदना काफी फलदायी रहता है। इस बार पुष्य नक्षत्र का योग 7 नवंबर को सुबह 8:04 बजे से शुरू होकर 8 नवंबर को सुबह 8:40 बजे तक रहेगा। दीपावली की खरीदारी इस नक्षत्र में की जाए तो काफी शुभ रहेगी।


राशि के अनुसार करें खरीदारी


इस शुभ मुहूर्त में मीन, तुला, कुंभ, मिथुन व वृषभ राशि वाले सोना खरीदें। कर्क, सिंह, वृश्चिक राशि वाले चांदी के साथ लाल कलर का मैटल लगा धातु भी खरीदें। कन्या, मकर व धनु राशि वाले घर में इस्तेमाल की जाने वाली वस्तुएं खरीदें और मेष राशि वाले तांबा खरीदें तो उनके लिए अति शुभ होगा। कार्तिक मास में पड़ने वाला शनि-पुष्य नक्षत्र के दिन शिव की उपासना करके दवाई सेवन करना स्वास्थ्य के लिए लाभदायक है।
पुष्य नक्षत्र के इस शुभ मुहूर्त में सोना-चांदी के आभूषण की खरीदारी का विशेष महत्व रहता है। इसके साथ ही इस मुहूर्त में वाहन उत्पादों की खरीदारी भी अच्छी रहती है। शनिवार को यह मुहूर्त होने की वजह से मशीनरी की खरीदारी काफी फलदायी रहेगी। 


टिप्पणियाँ

इस ब्लॉग से लोकप्रिय पोस्ट

इस मंदिर में मौजूद है चमत्कारी मणि दर्शन मात्र से हो जाते हैं सारे कष्ट दूर शिवलिंग दिन में चार बार बदलती है अपना रंग

 डा. मनीष गौतम देवतालाब इस मंदिर में मौजूद है चमत्कारी मणि दर्शन मात्र से हो जाते हैं सारे कष्ट दूर शिवलिंग दिन में चार बार बदलती है अपना रंग Devtalav temple: मध्यप्रदेश में रीवा जिले के देवतालाब में भगवान शिव जी का ऐतिहासिक मंदिर है। जिसमें हर समय श्रद्धालुयों की भारी भीड़ आती है। मां शारदा ज्योतिष केंद्र के ज्योतिषाचार्य डॉ मनीष गौतम महाराज ने बताया कि लाखों लोग देश-विदेश से भोलेनाथ के दर्शन करने के लिए आते हैं। लेकिन हर साल में सावन माह में तो श्रद्धालयों की भारी भीड़ जमा होती है।  विश्व का इकलौता एक पत्थर का बना मंदिर देवतालाब मंदिर की मान्यता यह है कि इस मंदिर का निर्माण सिर्फ एक रात में हुआ था। ऐसा माना जाता है कि सुबह जब लोगों ने देखा तो यहां पर बहुत बड़ा मंदिर बना हुआ मिला था, लेकिन किसी ने इसको बनते हुआ नहीं देखा। कुछ जानकारों ने बताया कि मंदिर के साथ ही यहां पर अलौकिक शिवलिंग की स्थापना अपने आप हो गई थी। यह शिवलिंग बहुत ही रहस्यमयी है, जो दिन में चार बार अपना रंग बदलती है। एक ही पत्थर का बना हुआ विश्व का यह अद्भुत मंदिर सिर्फ देवतालाब में स्थित है क्या है मंदिर की कह...

विन्ध्य के बड़े नेता बने डिप्टी सीएम राजेंद्र शुक्ला कद बढ़ा

Manish gautam rewa  *छात्र जीवन से ही राजनीति में सक्रिय हैं मध्‍य प्रदेश के डिप्टी सीएम राजेंद्र शुक्ल* *2023 में शिवराज सिंह चौहान सरकार में कैबिनेट मंत्री के रूप में भी कार्यभार संभाला।* रीवा। राजेंद्र शुक्ला मध्य प्रदेश के नए उपमुख्यमंत्री होंगे। वह विन्ध्य के पहले ऐसे व्यक्ति होंगे जिन्हें यह महत्वपूर्ण जिम्मेदारी मिल रही है। वह लगातार पांचवीं बार रीवा से विधायक निर्वाचित हुए हैं। बड़े ब्राह्मण चेहरा हैं, साफ-सुथरी छवि है विकास पुरुष के नाम से जाने जाते हैं। *डिप्टी सीएम राजेंद्र शुक्ल का जन्म 3 अगस्त 1964 को रीवा में हुआ था* प्रदेश के डिप्टी सीएम राजेंद्र शुक्ल का जन्म 3 अगस्त 1964 को रीवा में हुआ था। उनके पिता भैयालाल शुक्ला एक ठेकेदार और सामाजिक कार्यकर्ता थे। उन्होंने सरकारी स्कूल से पढ़ाई की और सरकारी इंजीनियरिंग कॉलेज रीवा से सिविल इंजीनियरिंग में स्नातक की डिग्री हासिल की थी। युवावस्था में ही नेतृत्व के गुण विकसित होने के कारण वे 1986 में सरकारी इंजीनियरिंग कॉलेज छात्र संघ के अध्यक्ष बने थे। वह 1986 में सरकारी इंजीनियरिंग कॉलेज छात्र संघ के अध्यक्ष थे। उन्होंने 1998 के ...

👉चार माह से सोए देव देवउठनी एकादशी पर जागेंगे कल, भगवान विष्णु, चार्तुमास का होगा समापन

 Manish gautam चार माह से सोए देव देवउठनी एकादशी पर जागेंगे कल, भगवान विष्णु, 👉चार्तुमास का होगा समापन,  👉गृह प्रवेश, अनुष्ठान, विवाह जैसे शुभ और मांगलिक कार्य होंगे शुरू, ➡️मंगलवार 12 नवंबर को है। इस दिन तुलसी-शालीग्राम विवाह करने के साथ विवाह और सभी प्रकार के मांगलिक कार्य फिर से शुरू हो जाएंगे। हिंदू धर्म में सभी 16 संस्कारों में विवाह एक प्रमुख संस्कार माना गया है। विवाह संस्कार के लिए शुभ मुहूर्त को बहुत ही खास महत्व दिया जाता है। * देवउठनी एकादशी जिसे देवोत्थान एकादशी भी कहते हैं। • हिंदू धर्म में सभी 16 संस्कारों में विवाह एक प्रमुख संस्कार । * नवंबर में 12 तारीख के बाद कुल 11 विवाह के शुभ मुहूर्त हैं। ➡️नवंबर में 12 तारीख के बाद कुल 11 विवाह के शुभ मुहूर्त हैं। 12, 16, 17, 18, 22, 23, 24, 25, 28 और 29 नवंबर को विवाह के लिए शुभ मुहूर्त हैं। ➡️दिसंबर में विवाह 04, 05, 09, 10 और 14 दिसंबर को ही विवाह के मुहूर्त हैं।