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नरक चतुर्दशी पर करें ये काम, साल भर पैसों की तंगी से बचे रहेंगे

मनीष गौतम रीवा 


नरक चतुर्दशी पर करें ये काम, साल भर पैसों की तंगी से बचे रहेंगे


  


दीपावली के एक दिन पहले छोटी दीपावली को नरक चतुर्दशी का त्‍योहार मनाया जाता है। इस दिन भगवान कृष्‍ण ने नरकासुर के अत्‍याचार से तीनों जगत को मुक्ति दिलाई थी। इस साल नरक चौदस 13  को यानी आज है। इस दिन दक्षिण दिशा की ओर मुख करके एक दीपक जलाने की परंपरा है। मान्‍यता है कि ऐसा करने से यमराज प्रसन्‍न होते हैं और लोगों को अकाल मृत्‍यु के भय से छुटकारा मिलता है। वहीं दक्षिण दिशा में दीपक जलाने से पितृगण भी प्रसन्‍न होते हैं। माना जाता है कि पितृ पक्ष में धरती पर आए पितृ गण इस वक्‍त परलोक लौट रहे होते हैं और दीपक जलाने से उनका मार्ग रोशन होता है, इससे प्रसन्‍न होकर वे अपनी संतान को सुखी और खुशहाल रहने का आशीर्वाद देते हैं। आइए जानते हैं इस दिन अन्‍य कौन से कार्य करना माना जाता है शुभ…


1/5कर डालें घर की साफ-सफाई



नरक चतुर्दशी के दिन अपने घर की खूब साफ-सफाई करनी चाहिए। घर की सफाई के साथ ही अपने रूप और सौन्दर्य प्राप्ति के लिए भी शरीर पर उबटन लगा कर स्नान करना चाहिए। इस दिन रात को तेल अथवा तिल के तेल के 14 दीपक जलाने की परम्परा है। कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी नरक चौदस, रूप चतुर्दशी अथवा छोटी दिवाली के रूप में मनाई जाती है।
फायदे की बातः इसलिए छोटी दिवाली के दिन महिलाओं को करना चाहिए 16 ऋंगार


2/5नरक की निशानी है यह सामान



घर में पड़े कबाड़े और पुराने सामान और टूटे-फूटे बर्तनों को ही नरक का प्रतीक माना जाता है। इसलिए सफाई के दौरान ऐसी खराब पड़ी वस्‍तुओं को घर से हटा देना चाहिए। ऐसी वस्‍तुओं को भी घर में नहीं रखना चाहिए जो लंबे समय से प्रयोग में न ली गई हों।


3/5ऐसे करनी चाहिए पूजा



इस दिन शरीर पर तिल के तेल की मालिश करके सूर्योदय से पहले स्नान करने का विधान है। नहाने के बाद साफ कपड़े पहनकर, तिलक लगाकर दक्षिण दिशा की ओर मुख करके पूजा करनी चाहिए और शाम के वक्‍त दक्षिण दिशा की ओर मुख करके चौमुखी दीप जलाना चाहिए।


4/5इस दिन करें हनुमानजी को प्रसन्‍न



मान्‍यता है कि महाबली हनुमान का जन्म भी इसी दिन हुआ था। इसलिए आज बजरंगबली की विशेष पूजा की जाती है। इसके अलावा यमराज और लक्ष्मी का भी विधि-विधान से पूजन होता है। आज ही के दिन अर्द्धरात्रि को रामभक्त हनुमान का जन्म हुआ था। इसलिए हर तरह के सुख, आनंद और शांति की प्राप्ति के लिए नरक चतुर्दशी के दिन बजरंगबली की उपासना लाभकारी है।


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