सीधे मुख्य सामग्री पर जाएं

दीपावली से पहले पुष्य नक्षत्र खरीददारी मूहूर्त डा० मनीष गौतम

 दीपावली से पहले पुष्य नक्षत्र खरीददारी मूहूर्त डा० मनीष गौतम


दीपावली के आसपास आने वाले पुष्य नक्षत्र का सर्वाधिक महत्व होता है। पुष्य नक्षत्र के स्वामी शनि और देवता बृहस्पति हैं इसलिए इस नक्षत्र में खरीदी गई वस्तु स्थायी होती है बल्कि उसमें वृद्धि होती जाती है।

दिवाली से पहले शॉपिंग का मुहूर्त 


दीपावली से 6 दिन पूर्व अर्थात् 18 अक्टूबर से पुष्य नक्षत्र प्रारंभ होगा। इस बार पुष्य नक्षत्र का पुण्यकाल 26 घंटे 50 मिनट रहेगा। इसलिए दो दिन जमकर खरीदी की जा सकती है। उज्जैनी सूर्योदय के अनुसार पुष्य नक्षत्र 18 अक्टूबर को प्रात: 5 बजकर 12 मिनट से प्रारंभ होगा और 19 अक्टूबर को प्रात: 8 बजकर 2 मिनट तक रहेगा। इस प्रकार कुल 26 घंटे 50 मिनट पुष्य नक्षत्र रहेगा। इस समयावधि में सोना, चांदी, आभूषण, भूमि, भवन, संपत्ति, वाहन, भौतिक सुखों की वस्तुएं खरीदना अत्यंत शुभ रहेगा


18 और 19 अक्टूबर को पुष्य नक्षत्र के साथ सिद्ध और साध्य योग भी रहेंगे। सिद्ध योग 18 अक्टूबर को सायं 4.52 बजे तक रहेगा इसके बाद साध्य योग प्रारंभ होकर 19 अक्टूबर को सायं 5.29 बजे तक रहेगा। इन दोनों योग के साथ पुष्य नक्षत्र का संयोग अत्यंत शुभ महामुहूर्त का निर्माण कर रहा है। स्वर्ण पूजन, खरीदी से समृद्धि पुष्य नक्षत्र के शुभ संयोग में स्वर्ण खरीदी और पूजन करने का विशेष महत्व होता है। इस नक्षत्र में खरीदे गए स्वर्ण में उत्तरोत्तर वृद्धि होती है।

टिप्पणियाँ

इस ब्लॉग से लोकप्रिय पोस्ट

इस मंदिर में मौजूद है चमत्कारी मणि दर्शन मात्र से हो जाते हैं सारे कष्ट दूर शिवलिंग दिन में चार बार बदलती है अपना रंग

 डा. मनीष गौतम देवतालाब इस मंदिर में मौजूद है चमत्कारी मणि दर्शन मात्र से हो जाते हैं सारे कष्ट दूर शिवलिंग दिन में चार बार बदलती है अपना रंग Devtalav temple: मध्यप्रदेश में रीवा जिले के देवतालाब में भगवान शिव जी का ऐतिहासिक मंदिर है। जिसमें हर समय श्रद्धालुयों की भारी भीड़ आती है। मां शारदा ज्योतिष केंद्र के ज्योतिषाचार्य डॉ मनीष गौतम महाराज ने बताया कि लाखों लोग देश-विदेश से भोलेनाथ के दर्शन करने के लिए आते हैं। लेकिन हर साल में सावन माह में तो श्रद्धालयों की भारी भीड़ जमा होती है।  विश्व का इकलौता एक पत्थर का बना मंदिर देवतालाब मंदिर की मान्यता यह है कि इस मंदिर का निर्माण सिर्फ एक रात में हुआ था। ऐसा माना जाता है कि सुबह जब लोगों ने देखा तो यहां पर बहुत बड़ा मंदिर बना हुआ मिला था, लेकिन किसी ने इसको बनते हुआ नहीं देखा। कुछ जानकारों ने बताया कि मंदिर के साथ ही यहां पर अलौकिक शिवलिंग की स्थापना अपने आप हो गई थी। यह शिवलिंग बहुत ही रहस्यमयी है, जो दिन में चार बार अपना रंग बदलती है। एक ही पत्थर का बना हुआ विश्व का यह अद्भुत मंदिर सिर्फ देवतालाब में स्थित है क्या है मंदिर की कह...

विन्ध्य के बड़े नेता बने डिप्टी सीएम राजेंद्र शुक्ला कद बढ़ा

Manish gautam rewa  *छात्र जीवन से ही राजनीति में सक्रिय हैं मध्‍य प्रदेश के डिप्टी सीएम राजेंद्र शुक्ल* *2023 में शिवराज सिंह चौहान सरकार में कैबिनेट मंत्री के रूप में भी कार्यभार संभाला।* रीवा। राजेंद्र शुक्ला मध्य प्रदेश के नए उपमुख्यमंत्री होंगे। वह विन्ध्य के पहले ऐसे व्यक्ति होंगे जिन्हें यह महत्वपूर्ण जिम्मेदारी मिल रही है। वह लगातार पांचवीं बार रीवा से विधायक निर्वाचित हुए हैं। बड़े ब्राह्मण चेहरा हैं, साफ-सुथरी छवि है विकास पुरुष के नाम से जाने जाते हैं। *डिप्टी सीएम राजेंद्र शुक्ल का जन्म 3 अगस्त 1964 को रीवा में हुआ था* प्रदेश के डिप्टी सीएम राजेंद्र शुक्ल का जन्म 3 अगस्त 1964 को रीवा में हुआ था। उनके पिता भैयालाल शुक्ला एक ठेकेदार और सामाजिक कार्यकर्ता थे। उन्होंने सरकारी स्कूल से पढ़ाई की और सरकारी इंजीनियरिंग कॉलेज रीवा से सिविल इंजीनियरिंग में स्नातक की डिग्री हासिल की थी। युवावस्था में ही नेतृत्व के गुण विकसित होने के कारण वे 1986 में सरकारी इंजीनियरिंग कॉलेज छात्र संघ के अध्यक्ष बने थे। वह 1986 में सरकारी इंजीनियरिंग कॉलेज छात्र संघ के अध्यक्ष थे। उन्होंने 1998 के ...

👉चार माह से सोए देव देवउठनी एकादशी पर जागेंगे कल, भगवान विष्णु, चार्तुमास का होगा समापन

 Manish gautam चार माह से सोए देव देवउठनी एकादशी पर जागेंगे कल, भगवान विष्णु, 👉चार्तुमास का होगा समापन,  👉गृह प्रवेश, अनुष्ठान, विवाह जैसे शुभ और मांगलिक कार्य होंगे शुरू, ➡️मंगलवार 12 नवंबर को है। इस दिन तुलसी-शालीग्राम विवाह करने के साथ विवाह और सभी प्रकार के मांगलिक कार्य फिर से शुरू हो जाएंगे। हिंदू धर्म में सभी 16 संस्कारों में विवाह एक प्रमुख संस्कार माना गया है। विवाह संस्कार के लिए शुभ मुहूर्त को बहुत ही खास महत्व दिया जाता है। * देवउठनी एकादशी जिसे देवोत्थान एकादशी भी कहते हैं। • हिंदू धर्म में सभी 16 संस्कारों में विवाह एक प्रमुख संस्कार । * नवंबर में 12 तारीख के बाद कुल 11 विवाह के शुभ मुहूर्त हैं। ➡️नवंबर में 12 तारीख के बाद कुल 11 विवाह के शुभ मुहूर्त हैं। 12, 16, 17, 18, 22, 23, 24, 25, 28 और 29 नवंबर को विवाह के लिए शुभ मुहूर्त हैं। ➡️दिसंबर में विवाह 04, 05, 09, 10 और 14 दिसंबर को ही विवाह के मुहूर्त हैं।